हमारी असली लड़ाई जागरूकता को लेकर है जिस दिन हमारा शिक्षक कर्मचारी जगरुक्त हो गया समझो हमने लड़ाई जीत ली।- डॉ राजेश कुमार*
निजीकरण देश विरोधी है, इसे बर्दास्त नहीं करेंगे- यश राठौर
पुरानी पेंशन की बहाली व निजीकरण की समाप्ति को लेकर अटेवा लगातार संघर्ष कर रहा है। वर्तमान में पूरे प्रदेश में सदस्यता व जागरूकता अभियान गतिमान है। इसी संघर्ष के क्रम में वर्तमान में लखनऊ के साथ-साथ प्रदेश के कई महानगरों में मोहल्ला बैठक कर शिक्षक-कर्मचारियों को जागरूक करने व अटेवा का सदस्य बनाकर उन्हें आंदोलन से जोड़ने का अभियान चल रहा है। इस #NPSनिजीकरण भारत छोड़ो अभियान के तहत आज अटेवा के प्रदेश संगठन मंत्री रजत 'प्रहरी' के आवास पर मोहल्ला बैठक सम्पन्न हुई। जिसमे विभिन्न विभागों के शिक्षक कर्मचारी उपस्थित हुए। सभी ने एक स्वर में कहा आज अटेवा ही है जो पुरानी पेंशन की बहाली व निजीकरण की समाप्ति के लिए असली लड़ाई लड़ रहा है। हम अटेवा के साथ हैं और जो भी कार्यक्रम निर्धारित होंगे उनमें हम प्रतिभाग करेंगे और अपने साथियों को भी प्रेरित करेंगे। जिससे हम जल्द ही पुरानी पेंशन से आच्छादित हो सकें।
प्रदेश कोषाध्यक्ष विक्रमादित्य मौर्य ने कहा NPS व निजीकरण किये जाने से शिक्षकों, कर्मचारियों व अधिकारियों में भारी आक्रोश है क्योंकि इससे उनका भविष्य अंधकारमय हो गया है। पूरे प्रदेश में 13 लाख शिक्षक, कर्मचारी NPS से आच्छादित है।
NMOPS के राष्ट्रीय प्रवक्ता व अटेवा के प्रदेश मीडिया प्रभारी डॉ राजेश कुमार ने कहा हमारी असली लड़ाई जागरूकता को लेकर है जिस दिन हमारा शिक्षक कर्मचारी जगरुक्त हो गया समझो हमने लड़ाई जीत ली।
अटेवा के प्रदेश संगठन मंत्री रजत प्रहरी ने कहा कि लोकसभा चुनाव सन 2024 में होना है, सभी राजनीतिक दल इसकी तैयारी अभी से कर रहे हैं, हमारा भी लक्ष्य होना चाहिए कि पूरे देश मे पुरानी पेंशन 2024 से पहले-पहले हो जाये। इसके लिए हमे भी तैयारी करनी होगी। और यह सम्भव होगा संगठन की मजबूती और हमारी एकता से।
लखनऊ मण्डल के मंडलीय मंत्री महेन्द्र पाल सिंह ने कहा अटेवा ने पुरानी पेंशन बहाली के लिए कमर कस ली है और इसे लेकर रहेंगे।
लखनऊ मण्डल के मण्डलीय संगठन मंत्री यश राठौर ने कहा निजीकरण देश विरोधी है, इसे बर्दास्त नहीं करेंगे
उक्त मोहल्ला बैठक में बेसिक शिक्षा विभाग, माध्यमिक शिक्षा विभाग, स्वास्थ्य विभाग, सिंचाई विभाग, कृषि विभाग, पंचायती राज विभाग, लखनऊ विश्वविद्यालय कर्मचारी सहित विभिन्न विभागों के साथी मौजूद रहे।
बैठक में विवेक गुप्ता, संदीप कुमार, दीप्ती बाला, महेंद्र पाल, उमाशंकर सिंह, मनोज कुमार, विक्रमादित्य मौर्य, यश राठौर, लक्ष्मी कुमारी, संगीत देवी, ललिता मौर्य, बच्चू लाल, अमरीश कुमार, रमेश पाल सहित शिक्षक- कर्मचारी उपस्थित रहे।
