इस श्लोक के साथ प्रभु श्री राम के प्राण प्रतिष्ठा के शुभ अवसर पर श्री राम जानकी परिवार सेवा समिति (रजि०) द्वारा आयोजित भव्य दीपोत्सव, आरती एवं प्रसाद वितरण का कार्यक्रम चौक स्थित माँ गोमती के समीप कुड़िया घाट पर माँ गोमती की मूर्ति के पास आयोजन किया गया। जिसमे समिति के संरक्षको व पदाधिकारीयों, सदस्यो एवं समस्त राम भक्तो ने प्रभु श्री राम के प्राण प्रतिष्ठा की ख़ुशी मे दीपक प्रज्ज्वलित किया साथ ही श्री राम जानकी परिवार सेवा समिति द्वारा समस्त राम भक्तो को प्रभु श्री राम नाम का पटका पहनाया गया एवं पुरे घाट को भगवा झंडा लगवाकर भगवामय किया गया साथ ही समिति के पदाधिकारीयों द्वारा आये हुए अतिथियों को प्रभु श्री राम के भव्य मंदिर का स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर समिति के संरक्षको व पदाधिकारीयों, सदस्यो एवं सैकड़ो की संख्या मे रामभक्तो ने उपस्थित होकर सभी ने खूब ख़ुशी मनाई।इस अवसर पर समिति के संरक्षक भूपेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि युवाओं को भगवान राम के जीवन से प्रेरणा लेना चाहिए और अपने जीवन में भी त्याग और तपस्या को स्थान देना चाहिए। देश की सरकार सनातन संस्कृति को बहुत तेजी के साथ पूरे विश्व में बढ़ा रही है और हम सभी को इस पर गर्व होना चाहिए। वही संस्थापक हिमांशु गर्ग ने कहा की सनातन धर्म की आन बान और शान की तारीख बनी है 22 जनवरी जिस दिन अयोध्या मे हमारे आराध्य का मंदिर स्थापित हुआ है जिसके कारण हम सभी बेहद प्रसन्न हैं। वही समिति के अध्यक्ष आशीष कश्यप ने कहा कि भारत के गौरव का ये पल लोगो को सदियों तक याद रहेगा। समिति के महासचिव अनुराग कश्यप ने सभी राम भक्तो को इस अवसर को स्वर्णिम बताते हुए बधाई दी। समिति के सचिव नरेंद्र चौरसिया ने कहा कि कई वर्षों की तपस्या के बाद आज का यह शुभ अवसर हमें प्राप्त हुआ है और इसको हम त्यौहार के रूप में मना रहे हैं। वही समिति की महिला मोर्चा की अध्यक्षा शालिनी जायसवाल ने बताया कि सैकड़ो साल की प्रतीक्षा के बाद आज यह शुभ घड़ी आई है। हम सभी इस समय राम भक्ति में लीन है । हमारे प्रभु आज अपने मंदिर में विराजित हुए है। इससे बड़ा खुशी का पल हमारे लिए और कोई हो ही नहीं सकता।
भव भेषज रघुनाथ जसु सुनहि जे नर अरू नारि।
तिन्ह कर सकल मनोरथ सिद्ध करहि त्रिसरारी।।


